इसी संदर्भ में शाक वाटिका, पुष्प वाटिका लगाना भी देखने में छोटा, परिणाम में बहुत ही महत्त्व का काम है।
2.
* घर-घर में छोटी सी शाक वाटिका लगायी जा सके, जिससे कि टमाटर, धनिया, पुदीना, मिर्च आदि अति उपयोगी शाक-वनस्पति से चटनी की पूर्ति हो सके।
3.
प्रौढ़ शिक्षा, बाल संस्कारशाला, स्वच्छता, व्यायामशाला, घरेलू शाक वाटिका, परिवार नियोजन, नशाबन्दी, मितव्ययिता, सहकारिता, वृक्षारोपण आदि सत्प्रवृत्तियों की महिमा और आवश्यकता बताते हुए यह बताया जाए कि इन सत्प्रवृत्तियों को मिलजुलकर किस प्रकार कार्यान्वित किया जा सकता है।
4.
हरीतिमा संवर्धन का कितना महत्त्व है, इसे बताना इन पंक्तियों में तो सम्भव नहीं, पर एक शब्द में इतना तो समझा ही जा सकता है कि प्रदूषण निवारण, आँखों की शीतलता, मस्तिष्क की शांति एवं घर की शोभा-सज्जा प्रदान करने जैसे कितने ही लाभ घरों, आँगनों में लगाई जाने वाली शाक वाटिका, पुष्प वाटिका में हर किसी को उपलब्ध हो सकते हैं।